बजरंग बाण दोहा निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥ जो भक्त अपने मन में दृढ़ निश्चय करके महावीर हनुमान जी के सामने विनती...
चालीसाशिव तांडव स्त्रोत अर्थ सहित जटाटवी गलज्जलप्रवाह पावितस्थले गलेऽव लम्ब्यलम्बितां भुजंगतुंग स्वामीम्। दमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिव: शिवम्॥१॥ जिनकी घनी, वन-जैसी जटाओं से गंगा की धाराएँ प्रवाहित होकर उनके...
चालीसाराम स्तुति अर्थ सहित श्रीरामचंद्र कृपालु भजु मन हरण भव भय दारुणम्। नवकंजलोचन, कंज-मुख कर-कंज पद-कंजारुणम्।। श्री रामचन्द्र जो दया और करुणा के प्रतीक हैं ऐसे श्री राम को मेरा हृदय...
चालीसाशिव चालीसा ।।दोहा।। श्री गणेश गिरिजा सुवन, मंगल मूल सुजान, कहत अयोध्यादास तुम, देहु अभय वरदान, श्री अयोध्यादास जी जो शिव चालीसा के रचयिता हैं, वो रचना प्रारम्भ करने से पहले गणेश...
चालीसाश्री राम चालीसा श्री रघुवीर भक्त हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी॥ निशिदिन ध्यान धरै जो कोई। ता सम भक्त और नहिं होई॥१॥ हे रघुकुल शिरोमणि, भक्तों के कल्याण कर्ता, हे...
चालीसा|| श्री हनुमान चालीसा || ॥ दोहा॥ श्रीगुरु चरन सरोज रज, निज मनु मुकुरु सुधारि । बरनउँ रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि ॥ बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवन-कुमार । बल बुधि...
चालीसाश्री दुर्गा चालीसा || नमो नमो दुर्गे सुख करनी। नमो नमो अम्बे दुःख हरनी॥ निरंकार है ज्योति तुम्हारी। तिहूँ लोक फैली उजियारी॥ अर्थात - सब प्रकार से सुख करने वाली माँ...
चालीसालाला लाजपत राय पुण्यतिथि
🌞 रविवार, 17 नवंबर 2024
विक्रम संवत् 2081